अब चीनी सीमा पर तैनात सैनिकों को भी मिलेगी विशेष पेंशन
नई दिल्ली : डोकलाम गतिरोध के आठ महीने बाद सरकार ने विशेष पेंशन योजना का दायरा बढ़ाकर इसमें चीन-भारत सीमा की रक्षा के दौरान अपनी जान गंवाने वाले या घायल होने वाले सशस्त्र बलों के कर्मियों को शामिल कर लिया है लेकिन पूर्व के प्रभाव से लागू करने की सेना की पुरानी मांग को स्वीकार नहीं किया है.
उदार पारिवारिक पेंशन पाकिस्तान के साथ लगी नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात सशस्त्र बलों के कर्मियों के लिए ही लागू होती थी. इस पेंशन के तहत अंतिम वेतन का 100 फीसदी दिया जाता है. सामान्य परिस्थितियों में अंतिम वेतन का सिर्फ 30 फीसदी हिस्सा ही पारिवारिक पेंशन के रूप में मिलता है.
7 मार्च से होगी लागू योजना
रक्षा मंत्रालय की एक अधिसूचना के मुताबिक पारिवारिक पेंशन योजना सात मार्च से लागू होगी. साथ ही कहा गया है कि अधिसूचना जारी होने के पहले निपटाये गए मामलों को फिर से खोला नहीं जाएगा. रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने चीन के साथ तकरीबन 4,000 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) की रक्षा करने वाले कर्मियों को उदार पारिवारिक पेंशन का लाभ प्रदान करने के लिए 20 दिसंबर को सैद्धांतिक सहमति दे दी थी.