पुलिस ने हिस्ट्रीशीटरों को दी दावत, फूलमाला पहनाकर किया सम्मान, जानें पूरा मामला
मेरठ: मेरठ में अब पुलिस ही अपराधियों को समोसो और रसगुल्लों की दावत दे रही है. हिस्ट्रीशीटरों ने भी थाने में पुलिस की ये दावत जमकर उड़ाई. साथ ही पुलिस ने इनकी इस तरह खातिरदारी करने से पहले फूलमाला पहनाकर इनका सम्मान भी किया. अब आप सोच रहें होंगे कि जो मेरठ पुलिस आजकल बदमाशों का एनकाउंटर करने में जुटी है. वो ऐसे बदमाशों को दावत कैसे खिला सकती है? तो इस मसले को समझने के लिए आपको पूरी खबर पढ़नी होगी.
ये अपराधी कभी मेरठ के लिए नासूर हुआ करते थे, लेकिन एक जमाने से जरायम की दलदल में रहकर ये ऐसे धंसे कि उसके बाद ये क्राइम की दुनिया से निकल नहीं पाए, लेकिन सरकार बदलने के बाद मेरठ पुलिस ने इन सभी बदमाशों को एक मौका दिया जिससे वो खुद को सुधार ले और समाज की मुख्यधारा से जुड़ जाएं. जी हां, मेरठ पुलिस एनकाउंटर के साथ अब बदमाशों के लिए सॉफ्ट कॉर्नर रखते हुए पुराने हिस्ट्रीशीटरों मौका दे रही है कि वो अब क्राइम की दुनिया को छोड़ दें और समाज के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलें जिसमें पुलिस भी उनका साथ देते हुए उनके सुधरने में हर संभव मदद करेगी.
उधर, ये मौका पाकर हिस्ट्रीशीटर भी काफी खुश है, इन बदमशों ने क्राइम की दुनिया को छोड़कर अपने काम शुरू कर दिए है, कोई कबाड़ी का काम का रहा है तो कोई फल-सब्जी बेच रहा है. उनके इस बदलाव की एक वजह ये भी है कि आजकल मेरठ में मानो पुलिस का सिंघम ट्रेलर चल रहा हो. ताबड़तोड़ एनकाउंटर देख बदमाश भी घबराए हुए हैं.
कभी जरायम की दुनिया के सरताज होने वाले ये बदमाश अब जुर्म की दुनिया को छोड़कर न केवल खुश हैं बल्कि इन्होने पुलिस के साथ प्रदेश सरकार का भी आभार व्यक्त किया है. कहा जाये तो ये मेरठ पुलिस का नया फंडा है जहां सुधरने वाले बदमाशों को पुलिस मिठाई खिला रही है नहीं तो उनकी बंदूक की गोली खाने को बदमाश तैयार रहे.