बांग्लादेशी कप्तान महामुदुल्लाह ने बताया कि कैसे उनके हाथ से निकल गया मैच
नई दिल्ली: टीम इंडिया ने मैन ऑफ द मैच रोहित शर्मा (89) और सुरेश रैना (47) के बीच हुई शतकीय साझेदारी के बाद वॉशिंगटन सुंदर (22-3) की बदौलत बुधवार को निडास ट्रॉफी त्रिकोणीय सीरीज के पांचवें मैच में बांग्लादेश को 17 रनों से मात देते हुए फाइनल में जगह बना ली. भारत ने बांग्लादेश के सामने 177 रनों की चुनौती रखी थी. बांग्लादेश की टीम मुश्फीकुर रहीम की नाबाद 72 रनों की पारी के बावजूद लक्ष्य हासिल नहीं कर पाई और पूरे 20 ओवर खेलने के बाद छह विकेट के नुकसान पर 159 रन ही बना सकी. सुंदर के अलावा भारत के लिए शार्दूल ठाकुर, मोहम्मद सिराज और युजवेंद्र चहल ने एक-एक विकेट लिए.
मैच के बाद प्रतिक्रिया देते हुए बांग्लादेशी कप्तान महामुदुल्लाह ने कहा कि कहा कि हमने कोशिश की लेकिन हमें बल्लेबाजी में किसी और के साथ भी जरुरत थी. हमें अच्छी शुरुआत की जरूरत थी, लेकिन शुरुआती विकेट गिर जाने से हमारी लय बिगाड़ गई.” बांग्लादेशी कप्तान ने कहा, “अगर हम 10 रन कम देते तो हम जीत सकते थे. गेंदबाजी में हमारी कोशिश यॉर्कर डालने की थी, लेकिन हमें ऐसा कर नहीं पाए. श्रीलंका के खिलाफ हम वापसी की कोशिश करेंगे.”
उधर, बांग्लादेश के खिलाफ बुधवार को आर. प्रेमदासा स्टेडियम में निदास ट्रॉफी त्रिकोणीय टी-20 सीरीज के पांचवें मैच में तीन विकेट लेकर भारत को फाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाने वाले ऑफ स्पिन गेंदबाज वॉशिंगटन सुंदर की कप्तान रोहित शर्मा ने जमकर तारीफ की है. भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए रोहित के 89 और सुरेश रैना के 47 रनों की पारी के दम पर बांग्लादेश को 177 रनों का लक्ष्य दिया था.
बांग्लादेश को इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए एक मजबूत शुरुआत की जरूरत थी जो सुदंर ने उन्हें हासिल नहीं करने दी. सुंदर ने 40 रनों तक ही बांग्लादेश के तीन विकेट चटका दिए थे.
रोहित ने मैच के बाद कहा, “वॉशिंगटन सुंदर का स्पैल शानदार था. नई गेंद से गेंदबाजी करना आसान नहीं होता. बाकी गेंदबाजों ने भी अच्छी गेंदबाजी की. वॉशिंगटन ने काफी बहादुरी से गेंदबाजी की. वह फ्लाइट देने से डरे नहीं. वह साफ तौर पर जानते थे कि उन्हें क्या चाहिए. इससे मुझे राहत मिली. उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ भी अच्छी गेंदबाजी की थी.”
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