भागलपुर हिंसा : केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अरिजीत साश्वत के खिलाफ FIR
पटना : बिहार के भागलपुर में बीते शनिवार को एक धार्मिक जुलूस के दौरान भड़की हिंसा मामले में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे और बीजेपी नेता अरिजीत शाश्वत के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है. नाथनगर में हुई हिंसा में दो पुलिसकर्मी सहित तीन लोग जख्मी हुए थे. इस मामले पर राजनीति भी खूब हो रही है. बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि उपचुनाव में हार से घबराकर राज्य सरकार ने यह दंगा करवाया है.
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विक्रम संवत पर निकाला था जुलूस
भागलपुर जिले के नाथनगर पुलिस थाना इलाके में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अरिजीत चौबे की अगुवाई में बीजेपी, आरएसएस और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का शनिवार, 3 मार्च को एक जुलूस निकला था. नए विक्रम संवत वर्ष की पूर्वसंध्या पर निकाले गए इस जुलूस की शुरुआत बुधनाथ मंदिर से हुई और पूरे शहर से होते हुए यह नाथनगर पहुंचा.
जुलूस के दौरान दंगा
पुलिस ने बताया कि कुछ स्थानीय लोगों ने गाने बजाने पर आपत्ति जताई जिसकी वजह से तनाव पैदा हो गया. दो अलग-अलग समुदायों के स्थानीय लोगों के बीच झगड़ा हो गया, गोलियां चली, पथराव हुए और दुकानों एवं वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया. पुलिस ने बताया कि मौके पर पहुंची पुलिस टीम का हिस्सा रहे दो पुलिसकर्मियों के हाथों में गोलियां लगीं. एक स्थानीय निवासी को ईंट से चोट लगने से उसका पांव जख्मी हो गया.
दो FIR दर्ज हुईं
इस उपद्रव में पुलिस ने दो रिपोर्ट दर्ज की हैं. एक मामले में बिना अनुमति के जुलूस निकालने, तेज आवाज में डीजे बजाने और माहौल बिगाड़ने के खिलाफ अरिजीत शाश्वत, बीजेपी नगर अध्यक्ष अभय घोष, प्रमोद वर्मा, देव कुमार पांडे और अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है.