रूस की ‘सरमत’ मिसाइल से बढ़ेगी अमेरिकी की टेंशन, दुनिया में कहीं भी मार करने की कुव्वत
मॉस्को: रूसी सेना ने कहा है कि उसने अपनी नवीनतम अंतर- महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) का सफल परीक्षण किया है. रक्षा मंत्री ने कहा कि उत्तर- पश्चिमी रूस के प्लेसेट्स्क से शनिवार (30 मार्च) को ‘सरमत’ मिसाइल का प्रक्षेपण किया गया. ‘सरमत’ मिसाइल सोवियत युग में डिजाइन किए गए ‘वोयेवोडा’ की जगह लेगी. ‘वोयेवोडा’ दुनिया का सबसे भारी आईसीबीएम है जिसे पश्चिमी देशों में ‘शैतान’ के नाम से जाना जाता है. राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि ‘सरमत’ का वजन 200 मीट्रिक टन है और यह ‘वोयेवोडा’ से ज्यादा लंबी दूरी तक मार कर सकती है.
उन्होंने कहा था कि ‘सरमत’ उत्तरी या दक्षिणी ध्रुवों पर उड़ान भर सकती है और दुनिया में किसी भी जगह पर अपने लक्ष्य को भेद सकती है. पुतिन ने यह भी कहा था कि ‘सरमत’ ‘वोयेवोडा’ की तुलना में अपने साथ ज्यादा बड़ी मात्रा में युद्धक सामग्री ले जा सकती है.
राजनयिकों को लेकर रूस और अमेरिका में तनाव बढ़ता जा रहा है. अमेरिका में व्हाइट हाउस ने शुक्रवार (30 मार्च) को कहा कि उसके 60 राजनयिकों को निष्कासित करने और सेंट पीटर्सबर्ग में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास को बंद करने का आदेश देने का रूस का फैसला इस बात का संकेत है कि द्विपक्षीय संबंध और बिगड़ रहे हैं. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने कहा, ‘‘अमेरिकी राजनयिकों को निष्कासित करने की रूस की आज (30 मार्च) की कार्रवाई इस बात का संकेत देती है कि अमेरिका- रूस संबंध और बदतर हो रहे हैं.’’
गौरतलब है कि रूस ने बदले की कार्रवाई करते हुए अमेरिका के 60 राजनयिकों को सात दिन के भीतर देश छोड़ने और 48 घंटों के भीतर सेंट पीटर्सबर्ग वाणिज्य दूतावास को बंद करने के लिए कहा है. सैंडर्स ने कहा, ‘‘अमेरिका और 24 से अधिक देशों तथा नाटो सहयोगियों द्वारा इस सप्ताह रूस के अघोषित खुफिया अधिकारियों को निष्कासित करना ब्रिटेन की सरजमीं पर रूस के हमला का उचित जवाब था.’’