‘अपनों’ से ही घिरे योगी आदित्यनाथ, एक और दलित सांसद ने PM मोदी को लिखी चिट्ठी
नई दिल्ली: विपक्ष की आलोचनाओं से घिरे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ अब उनकी अपनी ही पार्टी के सांसदों ने मोर्चा खोल दिया है. दरअसल प्रदेश के दलित सांसद इस बात से नाराज हैं कि योगी सरकार दलितों को लेकर गंभीर नहीं है.
रॉबर्ट्सगंज से भाजपा के दलित सांसद छोटेलाल खरवार के बाद इटावा से दलित सांसद अशोक कुमार दोहरे ने भी इस बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. उत्तर प्रदेश के इटावा से दलित सांसद अशोक कुमार दोहरे ने कहा, ‘राज्य की पुलिस ने विरोध-प्रदर्शन के दौरान गलत आरोपों में बहुत से लोगों को गिरफ्तार किया है. मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस संबंध में पत्र लिखा है.’
इससे पहले भाजपा के एक दलित सांसद ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पार्टी की राज्य इकाई के नेताओं की शिकायत की और उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने उन्हें ‘‘डांटा’’ है. रॉबर्ट्सगंज से लोकसभा सांसद छोटेलाल (45) ने अपने भाई को ब्लॉक प्रमुख के पद से हटवाये जाने पर नाराजगी जाहिर की और दावा किया है कि एक भाजपा नेता की सांठगांठ के कारण ऐसा हुआ है. छोटेलाल से जब इस पत्र के संबंध में संपर्क साधने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल फोन बंद मिला और उनसे संपर्क नहीं हो पाया.
पीएम मोदी को लिखे इस पत्र में छोटेलाल ने कहा कि उनका ‘‘गुनाह’’ यह है कि उन्होंने एक अनारक्षित सीट पर अपने भाई के निर्वाचित होने में मदद की थी. सांसद ने कहा ‘‘अपना सम्मान बचाने’’ के लिए उन्होंने भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष महेन्द्र नाथ पांडे और महासचिव (संगठन) सुनील बंसल और अन्य से भी मुलाकात की. पत्र के मुताबिक छोटेलाल दो बार मुख्यमंत्री से मिले, लेकिन उन्हें डांटा गया और उन्हें वहां से जाना पड़ा. एक प्रतिद्वंद्वी का नाम लेते हुए दलित सांसद ने आरोप लगाया कि उन्हें उनकी जाति के नाम पर धमकी दी गई और दुर्व्यवहार किया गया. उन्होंने प्रधानमंत्री से उनका सम्मान फिर से दिलाये जाने का आग्रह किया है.