आरोपी MLA को योगी सरकार की क्लीन चिट, कुलदीप सिंह सेंगर बोले- ‘ये निम्न स्तर के लोग हैं’
उन्नाव गैंगरेप केस में बीजेपी विधायक और उनके समर्थकों पर गैंगरेप का आरोप लगाने और कार्रवाई न होने पर सीएम आवास पर आत्मदाह की कोशिश करने वाली किशोरी के जेल में बंद पिता की सोमवार (09 अप्रैल) सुबह संदिग्ध हालात में मौत के मामले में दो अफसरों समेत 6 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है. जानकारी के मुताबिक, उन्नाव गैंगरेप केस में आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के भाई अतुल सेंगर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि, यूपी सरकार कुलदीप सेंगर को क्लीन चिट दे चुकी है.
आरोपी विधायक ने दिया अटपटा बयान
पीड़िता के परिवार का आरोप है कि बांगरमऊ के बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने ही जेल में पिटाई करवाकर हत्या कराई है. वहीं आरोपी विधायक कुलदीप सिंह ने कहा, ‘ये निम्न स्तर के लोग हैं, अपराधियों का ये साजिश है’.
नाम लेने से कोई इस्तीफा देता है: सेंगर
इस मामले में जब बीजेपी के आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर से पत्रकारों ने इस्तीफे की बात की, तो उन्होंने कहा, ‘नाम लेने से कोई इस्तीफा दे देता है क्या? उन्होंने कहा कि ये आरोप पूरी तरह गलत हैं.’
पीड़िता ने नहीं लिया सेंगर का नाम: गृह विभाग
वहीं इस पूरे मामले में यूपी गृह विभाग के मुताबिक, मजिस्ट्रेट के सामने 164 के तहत दर्ज हुए बयान में पीड़िता ने बीजेपी विधायक सेंगर का नाम नहीं लिया था. अब इस पूरे मामले की सुनवाई 12 अप्रैल को होगी.
बीजेपी अध्यक्ष ने दिए निर्देश
बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह ने सीएम योगी से इस पूरे मामले पर बात की. जानकारी के मुताबिक, उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ से बात कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
दोषियों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई: सीएम
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एडीजी से मामले की रिपोर्ट तलब की है. लापरवाही के खिलाफ पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. उन्होंने कहा, ‘दूसरे जो भी दोषी हैं, उन्हें भी बख्शा नहीं जाएगा’.
पेट और सीने में दर्द की शिकायत
परिजनों के मुताबिक, पीड़िता के पिता ने रविवार (8 अप्रैल) रात को पेट और सीने में दर्द की शिकायत की, जिसके बाद उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. सोमवार (9 अप्रैल) की सुबह करीब 4 बजे पीड़िता के पिता की मौत हो गई. सूत्रों के मुताबिक, मृतक के शरीर पर 14 चोट के निशान पाए गए.
पांच दिन से जेल में थे पीड़िता के पिता
पीड़िता के पिता मारपीट और आर्म्स एक्ट में पांच दिनों से जेल में थे. परिवार ने वो फोटो जारी की है, जिसमें उनके चेहरे और शरीर पर चोटों के निशान हैं. परिजनों का आरोप है कि चोट लगने के बाद भी उनका इलाज नहीं कराया गया.