हैदराबाद के होटल में ठहराए गए कांग्रेस विधायकों से मिलने पहुंचे सिद्धारमैया
publiclive.co.in[Edited by रंजीत ]
नई दिल्ली: कर्नाटक में चल रहे ‘सियासी नाटक’ का स्टेज अब राजधानी बेंगलुरु की जगह हैदराबाद शिफ्ट हो गया है. लगातार चल रही राजनीतिक रस्साकशी के इस दौरा में कांग्रेस अपने विधायक को लेकर किसी भी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहती है. इसलिए पार्टी ने अपने सभी विधायकों को राज्य की सीमा से दूर हैदराबाद भेज दिया है. यहां कांग्रेस के विधायक होटल ताज कृष्णा में ठहरे हुए है. शुक्रवार को पार्टी विधायकों से मिलने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पहुंचे. सिद्धारमैया ने इस दौरान अपने विधायकों से मुलाकात और तस्वीरें भी खिंचवाईं.
इसस पहले कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कांग्रेस में किसी तरह की टूट की बात को खारिज करते हुए कहा कि कल (शनिवार को) विधानसभा में होने वाले शक्ति परीक्षण से पहले उनके सभी विधायक साथ हैं. सिद्धरमैया ने शक्ति परीक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश का स्वागत करते हुए इसे ‘‘ ऐतिहासिक ’’ बताया और कहा कि बीजेपी के पास बहुमत नहीं है क्योंकि उसके पास मात्र 104 सीटें हैं.
सिद्धारमैया ने कहा, ‘‘ उनके पास मात्र 104 सीटें हैं. उनके पास 112 सीटें नहीं हैं , उनके पास 104 से ऊपर एक सीट भी नहीं है क्योंकि दो निर्दलीय विधायक भी हमारे साथ हैं. कांग्रेस (78), जद-एस (37) और दो निर्दलीय ( निर्दलीय + केपीजेपी ) और बीएसपी 1.. कुल 118 . चूंकि कुमारस्वामी दो सीटों से जीते हैं , यह 117 होता है. ’’ उन्होंने कहा ,‘‘ हम सभी एकसाथ हैं. हमारे बीच एक सहमति है. इस वास्तविकता के बावजूद, उनके ( बीजेपी ) द्वारा 15 दिन के लिए नहीं कहे जाने के बावजूद, राज्यपाल ने उन्हें बहुमत साबित करने के लिए 15 दिन का समय दिया. कोई इससे क्या निष्कर्ष निकाल सकता है ?’’
सिद्धरमैया ने कहा , ‘राज्यपाल ने नरेंद्र मोदी और अमित शाह के निर्देशों का पालन किया है. यदि उन्होंने संविधान का पालन किया होता , उन्होंने ऐसा निर्णय नहीं किया होता.’ उन्होंने प्रधानमंत्री और बीजेपी अध्यक्ष पर निशाना साधते हुए कहा , ‘नरेंद्र मोदी और अमित शाह इस देश में हिटलर के जीवाश्म हैं. वे संविधान और लोकतंत्र का कोई सम्मान नहीं करते.’ सिद्धरमैया ने कहा , ‘यह लोकतंत्र की हत्या है. यह संविधान का स्पष्ट उल्लंघन है.’ उन्होंने कहा कि पूर्व में कभी भी किसी मुख्यमंत्री को बहुमत साबित करने के लिए 15 दिन का समय नहीं दिया गया. इस बीच, कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने आरोप लगाया कि कांग्रेस विधायक आनंद सिंह भारत सरकार की ‘‘ कैद ’’ में हैं.