राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी किस्मत आजमाएगी जेडीयू
publiclive.co.in[Editrd by रंजीत ]
पटना/दिल्लीः बिहार में विधानसभा उपचुनाव के लिए जेडीयू अपनी रणनीति तैयार कर रहा है. वहीं, जेडीयू अपनी पार्टी को राष्ट्रीय स्तर की पहचान दिलाने के लिए लगातार काम कर रही है. हाल ही में जेडीयू ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भी अपनी किस्मत आजमायी थी. वहीं, इससे पहले नागालैंड विधानसभा चुनाव में जेडीयू को सफलता मिली थी. जिसके बाद से जेडीयू लगातार देश के प्रत्येक राज्य के विधानसभा चुनाव में अपना भाग्य आजमा रही है.
जेडीयू अब आगामी विधानसभा चुनाव को भी लक्ष्य बना रहा है. इस लिहाज से राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में होनेवाले विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरु हो गई है. जेडीयू इन तीनों राज्यों के विधानसभा चुनावों में दो-दो हाथ करने को तैयार है.
जेडीयू ने गुजरात चुनाव में भी अपने हाथ आजमाये थे. हालांकि गुजरात में भी सफलता हाथ नहीं आयी थी. हालांकि बिहार में बीजेपी के साथ गठबंधन होने के बावजूद राज्य विधानसभा चुनाव में बीजेपी से अलग जेडीयू अपने उम्मीदवार खड़े करने पर विपक्ष लगातार सवाल खड़ा कर रहा है. विपक्ष का कहना है कि जेडीयू यह केवल बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा कर रही है.
कर्नाटक में भी जेडीयू ने अपने 28 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे. और नीतीश कुमार ने खुद जेडीयू की उम्मीदवार महिमा पटेल के लिए वोट मांगने कर्नाटक पहुंचे थे. हालांकि जेडीयू को इसका कोई फायदा नहीं हुआ था. हालांकि जेडीयू ने पहले ही कहा था कि कर्नाटक में हम सरकार बनाने के लिए चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. यह सिर्फ जेडीयू को राष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए किया जा रहा है.
अब जेडीयू ने राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में भी चुनाव लड़ने के तैयार है. इसकी जानकारी जेडीयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने दिया है. उन्होंने बताया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 30 मई को राजस्थान का दौरा करेंगे. जिसके तहत वह राजस्थान के बासवाड़ा में जो आदिवासी क्षेत्र है, वहां जनसभा को संबोधित करेंगे. उन्होंने बताया कि यह उन कार्यकर्ताओं के लिए किया जा रहा है जो ठंढे पर गए हैं. वहां के थके-टूके कार्यकार्ता और बिखड़े कार्यकर्ताओं को फिर से उद्वलित करने के लिए और नया आंदोलन खड़ा करने के लिए नीतीश कुमार दौरा करेंगे.