मप्र: कांग्रेस के 60 लाख फर्जी वोटर्स के दावे को चुनाव आयोग ने किया खारिज, नहीं मिले सबूत
publiclive.co.in [Edited By रवि यादव]
ग्वालियर: मध्यप्रदेश के वोटर लिस्ट में 60 लाख फर्जी वोटरों की शिकायत को चुनाव आयोग ने खारिज कर दिया है. कांग्रेस ने पिछले रविवार फर्जी वोटर्स को लेकर चुनाव आयोग से जांच की मांग की थी. जांच के बाद आयोग ने कहा कि आरोपों में दम नहीं है, वोटरों की संख्या में वृद्धि सामान्य है, तस्वीर रिपीट होने से जुड़ी गलतियों को ठीक किया जा रहा है. जांच के बाद कमेटी ने कांग्रेस के दावे को खारिज कर दिया है.
वहीं चुनाव आयोग के कांग्रेस की शिकायत खारिज करने के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा है कि कांग्रेस फर्जी शिकायत करती है. उसके पास मुद्दे नहीं है. हार का ढीकरा फोड़ने के लिये चेहरे ढूंढ रही है. पार्टी मामले में संज्ञान लेगी. कानून अपना काम करेगा.
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बता दें कि पिछले रविवार कांग्रेस ने आरोप लगाते हुए कहा था कि मध्यप्रदेश में वोटर लिस्ट के साथ छेड़छाड़ की गई है और दावा किया था कि प्रदेश में करीब 60 लाख वोटर फर्जी हैं. फर्जी मतदाताओं के आरोपों को साबित करने के लिए कांग्रेस मतदाताओं की सूची लेकर चुनाव आयोग के पास पहुंची थी. पार्टी का दावा था कि मध्यप्रदेश में 24 प्रतिशत आबादी बढ़ी है, लेकिन वोटरों की संख्या में 40 प्रतिशत बढ़ोत्तरी हुई है. जिससे पता चलता है कि मतदाता सूची के साथ छेड़छाड़ की गई है.
60 लाख से अधिक फर्जी वोटर होने का दावा फेल
बता दें कांग्रेस ने प्रेस कांफ्रेस कर फर्जी मतदाता होने का दावा करते हुए सबूत पेश किए थे. मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिल्ली में प्रेस कांफ्रेस कर इस बारे में चर्चा करते हुए कहा था कि जब मध्यप्रदेश की आबादी में 24 प्रतिशत का इजाफा हुआ है तो वोटर की संख्या 40 प्रतिशत कैसे बढ़ सकती है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा था कि हमने 100 विधानसभा क्षेत्रों में छानबीन की जिसमें हमे 60 लाख से अधिक फर्जी वोटर मिले. कमलनाथ ने आरोप लगाते हुए कहा था कि वोटर लिस्ट में ऐसे कई नाम हैं जो उत्तर प्रदेश की वोटर लिस्ट में भी है.
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फर्जी मतदाताओं की लंबी लिस्ट
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के शिवपुरी की पांच विधानसभा सीटों में 59,517 वोटर फर्जी पाए गए थे. इनमें 20,886 मतदाता ऐसे हैं, जिनकी सालों पहले मृत्यु हो चुकी है. इसके बावजूद भी उनके नाम अभी तक सूची में जुड़े हुए हैं. इसके अलावा सूची में 28,067 मतदाता ऐसे हैं, जो दूसरी जगह चले गए. इनके नाम भी सूची में हैं. जिले में नहीं रहने वाले मतदाताओं की संख्या 5,633 और एक से ज्यादा स्थानों पर 5,031 मतदाताओं के नाम पाए गए हैं. गौरतलब है कि कोलारस विधानसभा उपचुनाव के दौरान भी यह बात सामने आई थी कि 5537 मृत मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में पाए गए थे.