केरल : 26 साल बाद इडुक्की बांध से छोड़ा जाएगा पानी, हजारों लोग बेघर होने को मजबूर
puliclive.co.in [EDITED BY SIDDHARTH SINGH]
तिरुवनंतपुरम : देश में हो रही भारी बारिश से उत्तर से लेकर दक्षिण तक के राज्यों में जनजीवन बेहाल है. भारी बारिश के कारण केरल में पेरियार नदी पर बने इडुक्की बांध में का जलस्तर उसकी क्षमता के करीब पहुंच गया है. ऐसे में वहां की सरकार इस बांध के गेट 26 साल बाद खोलने की तैयारी कर रही है. वहीं इस बांध से निकले पानी के कारण बड़ा क्षेत्र डूब जाएगा. इस समस्या के कारण डूब क्षेत्र में बसे लाखों लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हो रहे हैं.
मंगलवार को होगा परीक्षण
पेरियार नदी पर बने इस बांध में भारी बारिश के कारण रविवार शाम तक जलस्तर 2,394.33 फीट पर पहुंच गया है. जबकि इसकी कुल क्षमता 2,400 फीट है. बांध के अधिकारियों के अनुसार मामले की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया है कि बांध में जलस्तर 2,400 फीट पर पहुंचने से पहले ही बांध के गेट परीक्षण के तौर पर खोल दिए जाएं. उन्होंने 50 क्यूबिक मीटर प्रति सेकंड की दर से छोड़ने को कहा है. इस पर बांध के कर्मचारियों ने बांध का पानी परीक्षण के तौर पर मंगलवार को छोड़े जाने की योजना बनाई है.
तैयारियां पूरी होने का दावा
बांध के अधिकारियों ने बताया है कि मंगलवार को परीक्षण के तौर पर 40 सेंटीमीटर तक बांध के गेट खोले जाएंगे. जिलाधिकारी के अनुसार प्रशासन ने इसके लिए सभी तैयारियां कर ली हैं. जिला प्रशासन ने कोनाथाड़ी, मरियापुरम, वाझाथोपे, वाथीकुडी और कांजीकुझी पंचायत के इलाकों में पर्यटन पर भी रोक लगा दी गई है.
लोगों को होगी परेशानी
जब भी इडुक्की बांध के गेट खोलकर पानी छोड़ा जाएगा तो इससे थाडयाबाद, करीमबन और इंजीवाराकुथ के क्षेत्रों में बसे हजारों लोग प्रभावित होंगे. यह सभी क्षेत्र चेरूथोनी नदी पर बसे हैं. यहां बसे लोगों को बांध से पानी छोड़े जाने के पहले ही अपने घरों को खाली करना पड़ेगा. चूंकि ये लोग गरीब हैं और मकान नहीं ले सकते तो इन्हें रिफ्यूजी कैंपों में शरण लेनी पड़ेगी. बांध से छोड़ा गया पानी इसी नदी से होकर गुजरेगा. इडुक्की में पिछले दिनों भारी पानी बरसा है. वहां इस साल अब तक 192.3 सेंटीमीटर वर्षा हुई है. यह पिछले साल की अपेक्षा 49 फीसदी अधिक है.
26 साल पहले छोड़ा था पानी, उबरने में लगे थे कई साल
इस इलाके में बसे लोगों का कहना है कि इडुक्की बांध के गेट जब 1992 में खोले गए थे तब भी उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ा था. उनके मुताबिक उस समय भी उनके घर और अन्य संपत्तियां भी पानी में डूब गए थे. उन्हें इससे उबरने में कई साल लगे थे. उनके अनुसार चेरूथोनी नदी के किनारे बसे सैकड़ों लोगों के साथ ऐसा ही हुआ था.
1973 में बनकर तैयार हुआ था इडुक्की बांध
परियार नदी पर बने इडुक्की बांध का निर्माण 30 अप्रैल, 1969 में शुरू हुआ था. यह केरल स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड के अधीन है. 1973 में इसे खोला गया. था. 4 अक्टूबर, 1975 में यहां बिजली उत्पादन शुरू हुआ था. इसकी कुल क्षमता 2,400 फीट पानी की है. इसी के साथ ही दो बांध और बने हैं. इनका नाम चेरूथोनी बांध और कुलामावू बांध है.