बैंक आफ महाराष्ट्र को पहली तिमाही में 1,119 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा
publiclive.co.in [EDITED BY SIDDHARTH SINGH]
नई दिल्ली : बैंक आफ महाराष्ट्र का घाटा चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में तेजी से बढ़ा है. उसका घाटा तिगुना होकर 1,119 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. फंसे कर्ज में वृद्धि तथा इसके लिये ऊंचा प्रावधान होने से बैंक का घाटा बढ़ा है. इससे पूर्व वित्त वर्ष 2017-18 की अप्रैल-जून तिमाही में बैंक को 412.20 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था.
बैंक ने बंबई शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि उसकी कुल आय आलोच्य तिमाही में घटकर 2,987.10 करोड़ रुपये पर आ गयी जो एक साल पहले इसी तिमाही में 3,209.84 करोड़ रुपये थी. बैंक का सकल फंसा कर्ज (एनपीए) जून, 2018 को समाप्त तिमाही में सकल कर्ज का 21.18 प्रतिशत था जो पूर्व वर्ष की इसी तिमाही में 18.59 प्रतिशत था. एनपीए के लिये प्रावधान आलोच्य तिमाही में बढ़कर 1,510.10 करोड़ रुपये रहा जो इससे पूर्व वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 1,157.54 करोड़ रुपये था.
बैंक में मिला था लोन डिफॉल्ट
डीएसके लोन डिफॉल्ट मामले में बैंक ऑफ महाराष्ट्र के सीईओ एंड एमडी रविंद्र मराठे को हाल में गिरफ्तार किया गया है. 3000 करोड़ के इस डिफॉल्ट में पुणे पुलिस की इकोनॉमिक ऑफेंस विंग ने उन्हें गिरफ्तार किया है. मराठे के अलावा बैंक के एग्जिक्यूटिव डायरेक्ट आर के गुप्ता को भी गिरफ्तार किया गया है. मामले की जांच जारी है.
एक्सिस बैंक का मुनाफा 46 फीसदी गिरा
एक्सिस बैंक के मुनाफे में भी वित्त वर्ष 2018-19 की पहली तिमाही में 46 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई, जिसकी बड़ी वजह उच्च स्तर की गैर निष्पादित संपत्तियां (एनपीए) रहीं. बैंक के मुताबिक, समीक्षाधीन तिमाही में उसका मुनाफा 701 करोड़ रुपये रहा, जोकि एक साल पहले की समान अवधि में 1,306 करोड़ रुपये था. हालांकि इस दौरान बैंकिंग दिग्गज की ब्याज आय में 12 फीसदी की तेजी दर्ज की गई, जोकि 5,167 करोड़ रुपये रही, जबकि पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में यह 4,616 करोड़ रुपये थी.
एक्सिस बैंक ने एक बयान में कहा, “वित्त वर्ष 2018-19 की पहली तिमाही में ब्याज मार्जिन 3.46 फीसदी रहा.” बैंक ने बताया, “30 जून 2018 को बैंक का सकल एनपीए 32,662 करोड़ रुपये रहा तथा शुद्ध एनपीए 14,902 करोड़ रुपये रहा.”