पृथ्वी के इस पड़ोसी ग्रह पर बह रहा है विशाल समुद्र, वैज्ञानिकों ने जताई जीवन की संभावनाएं
publiclive.co.in[Edited by RANJEET]पृथ्वी के अलावा अन्य ग्रहों पर पानी और जीवन की तलाश में जुटे वैज्ञानिकों को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. उन्होंने ताजा शोध में पृथ्वी के पड़ोसी ग्रह प्रोक्सिमा सेंटॉरी बी पर विशाल समु्द्र बहने के सुबूत मिलने का दावा किया है. उनके मुताबिक इससे वहां जीवन होने की भी संभावनाएं जगी हैं. 2016 में खोजा गया यह ग्रह हमारे सौर मंडल के बाहर स्थित है. प्रोक्सिमा सेंटॉरी बी पर विशाल समुद्र के बहने के सुबूत होने की संभावनाएं पहली बार जताई गई हैं.
दो साल पहले प्रोक्सिमा सेंटॉरी बी की खोज के साथ ही उसपर जीवन और अन्य संभावनाओं को लेकर उठने वाले सवालों के जवाब वैज्ञानिक लगातार खोज रहे हैं. इस ग्रह का द्रव्यमान हमारी पृथ्वी के द्रव्यमान का महज 1.3 गुना ही है. साथ ही यह अपने जिस तारे की परिक्रमा करता है, वो हमारे सूर्य से भी मिलता-जुलता है. यह हमारी पृथ्वी से महज 4.2 प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित है.
पृथ्वी के इस करीबी ग्रह पर जीवन की संभावनाओं को लेकर पहले भी शोध हुए हैं. लेकिन इनमें वैज्ञानिकों को कोई सफलता नहीं मिली थी. अब इस नए शोध से इस बात की उम्मीद फिर जगी है कि प्रोक्सिमा बी पर जीवन संभव हो सकता है. मिले सुबूतों के आधार पर कहा जा रहा है कि इस ग्रह में पानी के बड़े भंडार मौजूद हैं.
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के गोडार्ड इंस्टीट्यूट फॉर स्पेस स्टडीज के वैज्ञानिक एंथनी डेल जेनियो के अनुसार उनके इस ताजे अध्ययन से इस बात की संभावनाएं जगी हैं कि इस ग्रह पर जीवन संभव हो सकता है. उनके अनुसार इस पर विशाल समुद्र भी हो सकता है. इस महीने एस्ट्रोबायोलॉजी नामक जर्नल में प्रकाशित शोध के मुताबिक वैज्ञानिकों ने पहली बार प्रोक्सिमा बी के वातावरण के साथ ही समुद्र का भी सिमुलेशन (कंप्यूटर पर परीक्षण) किया.
यह ग्रह प्रोक्सिमा सेंटारी नामक तारे से घिरा है. इसलिए माना जा रहा है कि यहां ऐसा भी हो सकता है कि इसके किसी एक हिस्से पर 24 घंटे दिन रहे और फिर किसी हिस्से पर 24 घंटे रात रहे. प्रोक्सिमा बी के जिन क्षेत्रों में अंधेरा है, वहां पानी बर्फ के रूप में जमा हो सकने की संभावनाएं जताई गई हैं. इसके अलावा दूसरी ओर के हिस्से में अलग हालात हो सकते हैं.