गर्दन पर आकर लगी गेंद, मैदान पर गिर पड़ा ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज
publiclive.co.in[EDITED BY SIDDHARTH SINGH]
नई दिल्ली: अब जब भी मैदान पर किसी बल्लेबाज को गेंद लगती हैं तो क्रिकेट जगत में उसी तरह का डर बैठ जाता है, जैसा ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ओपनर फिल ह्यूज की मृत्यु से बैठ गया था. नवंबर 2014 में ऑस्ट्रेलिया के 25 साल के ओपनर बैट्समैन फिल ह्यूज की मौत बाउंसर लगने से हो गई थी. इसके बाद से ही क्रिकेट के मैदान पर जब किसी गेंदबाज की गेंद बल्लेबाज को लगती है तो मैदान पर मौजूद खिलाड़ियों के मन में एक अजीब सा डर बैठ जाता है.
ऑस्ट्रेलिया में एक बार फिर मैदान पर गेंद से एक बल्लेबाज चोटिल हो गया है. विक्टोरिया और ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज कैमरून व्हाइट वन-डे में गेंदबाज की बीमर से चोटिल हो गए हैं. क्वींसलैंड के गेंदबाज बिली सोमवार (17 सितंबर) को स्टेनलेक ने 140 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से एक बीमर फेंकी जो कैमरून व्हाइट के सीधी गर्दन पर लगी.
जेएलटी कप में में हुई इस घटना का जिक्र चैनल नाइन ने किया है. व्हाइट ने उस समय तक केवल चार गेंदें ही खेली थीं, स्टेनलेक की गेंद उन्हें लगी. वह गेंद को बिल्कुल नहीं समझ पाए और गेंद की गति से भी शायद डर गए थे. व्हाइट मैदान में गिर गए, लेकिन सौभाग्य से उन्हें ज्यादा चोट नहीं आई और उन्होंने आगे बल्लेबाजी की.
हालांकि, इस बीमर ने व्हाइट का आत्मविश्वास तोड़ दिया और वह 35 गेंदें खेलकर केवल 10 रन बना पाए. विक्टोरियन ने 66 रनों पर 4 विकेट से टीम का स्कोर 240 रनों तक पहुंचाया. इससे पहले क्वींसलेंड 227 रन पर ढेर हो गई थी. विक्टोरिया ने 13 रनों से यह मैच जीत लिया. विक्टोरिया के ट्रेमैन और विल साउदरलैंड ने 8 विकेट लिए.
इससे पहले भी हुई हैं मैदान पर चोट लगने से खिलाड़ियों की मौत
क्रिकेट के मैदान पर खिलाड़ी की मौत की कई घटनाएं हो चुकी हैं. भारतीय क्रिकेटर रमन लांबा की मौत 1998 में एक बांग्लादेशी गेंदबाज की गेंद कनपटी पर लगने से हो गई थी. पाकिस्तानी विकेटकीपर अब्दुल अजीज को 1958-59 में कायदे आजम ट्रॉफी फाइनल के दौरान छाती पर गेंद लगी थी. वह बेहोश हो गए थे. अस्पताल ले जाते समय अजीज की मौत हो गई थी.
भारत के पूर्व कप्तान नारी कांट्रेक्टर को 1961-62 सीरीज के दौरान वेस्टइंडीज में तेज गेंदबाज चार्ली ग्रिफीथ की गेंद सिर में लगी थी. उनके दिमाग की एक से अधिक आपात सर्जरी हुई और वह फिर टेस्ट क्रिकेट नहीं खेल सके. इसके अलावा समरसेट के खिलाफ अभ्यास मैच में आंख में चोट लगने के कारण दक्षिण अफ्रीकी विकेटकीपर मार्क बूचर को 2012 में क्रिकेट को अलविदा कहना पड़ा था.