गूगल ने हुआवेई का लाइसेंस कैंसल किया, सरकार तय करेगी अपना रुख : ट्राई
publiclive.co.in[Edited by Arti singh]
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने कहा कि यह सरकार तय करेगी कि क्या भारत को हुआवेई (Huawei) मुद्दे पर कोई रुख तय करना चाहिए. नियामक ने कहा कि हुआवेई पर रुख तय करना एक बड़ा सवाल है जिसपर सरकार को फैसला करेगा. ट्रंप प्रशासन ने पिछले सप्ताह हुआवेई और उसकी संबंधित कंपनियों को ब्लैक लिस्ट किया था. इस कदम से चीन की कंपनी बिना अमेरिका सरकार की मंजूरी के अमेरिकी कंपनियों से कलपुर्जे नहीं खरीद सकती.
ट्राई के चेयरमैन आरएस शर्मा से यह पूछे जाने पर कि क्या भारत को हुआवेई पर अपना रुख तय करना चाहिए, कहा, ‘यह एक बड़ा सवाल है जिसपर सरकार को फैसला करना है.’ उन्होंने इस मामले पर और कुछ नहीं कहा. हालांकि, हुआवेई ने कहा है कि वह अपने मौजूदा स्मार्टफोन और टैबलेट्स के लिए सुरक्षा अपडेट और बिक्री बाद की सर्विस उपलब्ध कराती रहेगी. हालांकि, उसके उत्पादों के लिए भविष्य की रुपरेखा तय नहीं है क्योंकि उसका एंड्रायड लाइसेंस रद्द कर दिया गया है.
अमेरिका और चीन में व्यापार युद्ध के बीच समझा जाता है कि प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी गूगल अब हुवावेई को हार्डवेयर, साफ्टवेयर और तकनीकी सेवाएं रोकने जा रही है. दूसरी तरफ सोमवार को गूगल ने भी हुआवेई के खिलाफ कठोर कदम उठाया है. गूगल (Google) ने हुआवेई के साथ अपने बिजनेस को सस्पेंड करते हुए हुआवेई के लिए जारी किया गया एंड्रायड लाइसेंस कैंसल कर दिया है.
इस कदम के बाद गूगल हुआवेई को अपने हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर और तकनीकी सर्विस नहीं देगा. यानी अब गूगल से हुआवेई को एंड्रायड अपडेट भी नहीं मिलेगा. इसके अलावा अमेरिका ने चाइनीज कंपनी हुआवेई को दुनियाभर में ब्लैकलिस्ट किए जाने की मांग की है.